How to protect yourself from corona virus



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कोविड-19 (नोवल कोरोनावायरस रोग) एक गंभीर श्वसन रोग है, जो 2019 के अंत में उभरा और दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 को महामारी घोषित किया है। यह श्वसन समस्याओं से जुड़ा होता है, जिसमें आमतौर पर हल्का खांसी, बुखार होता है, लेकिन ये निमोनियों और सांस लेने में परेशानी जैसा गंभीर रूप में ले लेता है। 




यहां, हम एक सलाह के आधार पर श्रमिकों के लिए तैयार की गई कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जो कोविड-19 महामारी के दौरान बाहर किसी कार्य के लिए जाना अनिवार्य है। यह जानकारी स्वास्थ्य जन अभियान (जेएसए) के पब्लिक हेल्थ मूवमेंट कोविड एडवाइजरी ग्रुप द्वारा विभिन्न अनुभवी डॉक्टरों, सामाजिक वैज्ञानिकों और कार्यकर्ताओं सहित कई योग्य स्वास्थ्य पेशेवरों के परामर्श से तैयार की गई है। 

कोविड-19 क्या है ? 


कोरोनावायरस रोग 2019 (नोवल, कोरोना) एक नई बीमारी है, जो चीन के वुहान में उत्पन्न हुई है। ये बीमारी नई होने के कारण इससे बचाव के संसाधन भी हमारे पास काफी कम है। हालाकि यह सामान्य सर्दी और फ्लू के समान है, लेकिन कोरोनवायरस वायरस 2019 बहुत तेजी से फैलता है और पहले से ही इसे दुनियाभर में महामारी घोषित किया जा चुका है। 

100 में से लगभग 80-90 लोग, जिन्हें कोरोना वायरस हुआ, वे सामान्य सर्दी की तरह ही ठीक हो जाएंगे, लेकिन 10 से 20 प्रतिशत लोगों को निमोनिया हो सकता है, जिस कारण उन्हे ंअस्पताल तक जाना पड़ सकता है। इनमें से 5 से 8 प्रतिशत लोगों को आईसीयू में भर्ती करना पड़ सकता है, जबकि 2 से 3 प्रतिशत लोगों की मौत हो सकती है। मरने वालों में ज्यादातर वही बूढ़े होंगे, जो कमजोर होंगे या जिन्हें दिल की बीमारी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारियाँ हैं। महामारी के दौरान इन बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। 

व्यकित कैसे होता है कोरोना से संक्रमित ? 




यह बीमारी काफी संक्रामक है और जो कर्मचारी महामारी के दौरान भी कार्यो के लिए बाहर जा रहे हैं, ये उन्हें भी हो सकती है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श से फैलता है, या किसी ऐसी वस्तु या ऐसे स्थान को स्पर्श करने से, जहां संक्रमित व्यक्ति ने छुआ, खाँसा या छींका हो। इस तरह की सतहों पर यह कोरोनावायरस कई घंटों तक जीवित रह सकता है। इस बीमारी के हवा से भी फैलने की संभावना है, क्योंकि खांसने और छींकने से हवा में दो मीटर दूर तक बूंदे फैलती हैं। ऐसे में इन परिस्थितियों में भी काम करने में काफी जोखिम रहता है। 

इसे कैसे रोका जाए ? 




हाथ साफ रखना: हाथ कई सतहों को छूते हैं, फिर इन हाथों को ही हम आंख, नाक और मुंह पर लगाते हैं, जिस कारण वायरस हमारे शरीर के अंदर प्रवेश कर सकता है। इसलिए वायरस से बचने के लिए दो घंटे में कम से कम एक बार हाथों को अच्छे से धोना जरूरी है। 

यदि आपके पास पर्याप्त पानी है, तो अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं। साबुन को अपनी उंगलियों के चारों ओर, उनके बीच और नाखूनों के नीचे, अपनी हथेलियों पर और अपने हाथों के पीछे की तरफ से लगभग 20 सेकंड तक रगड़ें और फिर उन्हें धो लें । 

यदि आपके पास हैंड सैनिटाइजर है, तो अपने हाथों पर लगभग एक चम्मच हैंड सैनिटाइजर डालें और हाथों को उंगलियों, हाथों के बीच और नाखूनों के बीच, हथेलियों पर और हाथों के पीछे से लगभग 20 सेकंड तक रगड़ें। लेकिन सैनिटाइजर के उपयोग के बाद हाथों को न धोएं। 

यदि आपके पास ज्यादा पानी नहीं है, तो नीचे दी गई तस्वीरों को देखकर सीखें कि कैसे कम पानी का उपयोग करके हाथों को धोया जा सकता हैः- 



4. यदि आपके पास पानी का बहुत ही ज्यादा अभाव है तो एक प्लास्टिक की बोतल लें और सुबह उसमें साबुन वाला पानी भर दें। तो साबुन के पानी से भरी बोतल को उलटा लटकाएं और उसके ढक्कन में छेद करें। इसमें से जो पानी निकलेगा उसेअपने हाथ पर डालें और अपनी हथेली पर और हाथों के पीछे, अपनी उंगलियों के बीच, हथेलियों पर और हाथों के पीछे अच्छे से रगड़ें। इसे 20 सेकंड तक करें। फिर इसे एक तौलिया पर पोंछ लें। इसे हर दो घंटे में 6 बार दोहराएं। तौलिए को धोकर रात को सुखा लें। 

चेहरे, खासकर नाक, होंठ या पलकों को छूने से बचें। यदि ऐसा करना संभव नहीं हो पा रहा है तो साफ, धुले हाथों से ऐसा करने का प्रयास करें। रेलिंग, हैंडल, डोर नॉब, कुर्सी, स्मार्ट फोन, डायल पैड, कंप्यूटर के प्रमुख पैड, लिफ्ट या एलीवेटर बटन, डोरबेल्स को छूते समय सावधान रहें। सामान लाने-ले जाने के लिए अपने प्रमुख हाथ (आमतौर पर दाएं हाथ का उपयोग करते हैं तो बाएं हाथ का उपयोग करें) करने से बचें। दूसरों द्वारा उपयोग की जाने वाली सतहों के संपर्क में आने के बाद जल्द ही अपने हाथों को साफ करें। 




कोरोना वायरस की वजह से हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं. ना केवल हमारे निजी जीवन पर बल्कि हमारे रिश्तों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. 

लेकिन महामारी के इस दौर में हम ख़ुद और अपनो को कैसे बचाएं और कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए तमाम तरह की जानकारी, सुझाव और सलाह मौजूद हैं. 

लेकिन क्या हर सलाह आपके लिए फ़ायदे की है? ज़रूरी नहीं. 

ये कुछ ऐसे टिप्स हैं, जो आपके लिए फ़ायदे के साबित हो सकते हैं. 


हाथ साफ़ रखना 



मैं ख़ुद को कैसे सुरक्षित रखूं? 


विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, कोरोना वायरस से ख़ुद को सुरक्षित रखने का सबसे बेसिक और महत्वपूर्ण उपाय है कि हम सफ़ाई से रहें. साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना सबसे ज़रूरी है. 

अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें. समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं. या आप चाहें तो एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं. इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुआ भी तो समाप्त हो जाएगा. 

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अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने से बचें. हम अपने हाथ से कई सतहों को छूते हैं और इस दौरान संभव है कि हमारे हाथ में वायरस चिपक जाए. अगर हम उसी अवस्था में अपने नाक, मुंह और आंख को छूते हैं तो वायरस के शरीर में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है. 

कोरोना वायरस 



हम वायरस को फैलने से कैसे रोक सकते हैं? 


अगर आप छींक रहे हैं या फिर खांस रहे हैं तो अपने मुंह के सामने टिश्यू ज़रूर रखें और अगर आपके पास उस वक़्त टिश्यू ना हो तो अपने हाथ को आगे कर कोहनी की ओट में छीकें या खांसें. 

अगर आपने कोई टिश्यू इस्तेमाल किया है तो उसे जितनी जल्दी हो सके डिस्पोज़ कर दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं. 

यही वजह है कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है. 

इसके अलावा बहुत सी जगहों पर लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में ही रहें और जब तक बहुत ज़रूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें. ताकि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचा जा सके. 

इन सबके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है लोग हैंडशेक करने से परहेज़ करें और इसके बजाय 'सेफ़-ग्रीटिंग' जैसे नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीक़े से अभिवादन करें. 

मास्क और ग्लव्स 




क्या ग्लव्स और मास्क कारगर हैं? 


अगर आप किसी ऐसे मास्क का इस्तेमाल करते हैं जो एकदम साधारण है और जिसे आपने सुपर मार्केट से ख़रीदा था, तो वो आपके लिए मददगार नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास्क बहुत ढीले होते हैं और इससे आंखों को सुरक्षा नहीं मिलती है. साथ ही इन्हें बहुत लंबे वक़्त तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. 

हालांकि अगर सामने से कई संक्रमित व्यक्ति छींक देता है तो उस स्थिति में ये ज़रूर मददगार साबित होता है. 

यहां ये याद रखने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस के जितने मामले अभी तक सामने आए हैं उनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आया लेकिन जब उन्हें टेस्ट किया गया तो वे पॉज़ीटिव पाए गए. ऐसे में अगर आप मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो कोई बुराई नहीं है. 

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ग्लव्स की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर आप ग्लव्स का इस्तेमाल करते हैं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप कोरोना वायरस से बच जाएंगे. लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि नंगे हाथ से चेहरा छूना ख़तरनाक साबित हो सकता है. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि रोज़ाना साबुन से हाथ धोते रहना ग्लव्स की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित और कारगर है. 

कोरोना वायरस 




अगर मुझे संक्रमण हो जाए तो मुझे ये कैसे पता चलेगा? 


कोरोना वायरस संक्रमण का प्रमुख लक्षण बुखार और सूखी खांसी आना है. अगर आपको ये दोनों लक्षण नज़र आ रहे हैं तो बेशक आपको सावधान होने की ज़रूरत है. 

Creater

Kirti sharma





Comments

  1. बहुत अच्छी जानकारी साझा की। निरंतर हमें ऐसे ही Article देते रहे है। धन्यबाद

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